
भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अर्थात आरएसएस हमेशा से हिन्दूओ की आस्था के प्रतीक और हिन्दुओ के आराध्य भगवान् राम के नाम को लेकर राजनीती करती आई है और हिन्दुओ को मूर्ख बनाती आई है |
अभी जो खबर आरही है उससे भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस को बहुत ज्यादा बौखलाहट हो सकती है | जब 1992 में जब भाजपा और आरएसएस ने मिलकर बाबरी मस्जिद को गिराया तो उसके बाद से ही लगातार ये लोग हिन्दुओ को राम मंदिर के नाम पर मूर्ख बना रहे हैं |
राम के नाम पर वोट खाने वालों ने राम को छोड़ दिया बेसहारा
इन लोगों ने हिन्दुओ की आस्था का मजाक बनाया है | इन्होने मंदिर के नाम पर वहां पर एक ईंट तक नहीं रखी और उससे भी बड़ी बात कि वहां पर आज तक न भाजपा ने और न ही आरएसएस ने राम की कोई मूर्ती तक नहीं पहुंचाई | इसके अलावा हिन्दुओ के आराध्य राम एक फटे तम्बू में है तो उनके नाम पर वोट खाने वालों ने उनकी तिरपाल तक न बदलवाई |
सपा को तुष्टीकरण करने वाला कहने वालों का हो गया मुंह बंद
अभी राजनीती के गलियारों से जो खबर आरही है उसके अनुसार उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जो काम किया है उससे मोदी और योगी सहित पूरी भाजपा को झटका लगा है क्योकि अखिलेश यादव ने जो काम किया है उसके बारे में इन भाजपा वालों ने कभी सोचा ही नहीं था |
भाजपा हमेशा अखिलेश और उनके पिता सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव पर मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीती करने के आरोप लगाती रही है लेकिन इस खबर के बाद उन सब का मुंह बंद हो गया है|
अखिलेश लगवा रहे कृष्ण की विशाल मूर्ती
दरअसल अखिलेश यादव अपने गृह नगर सैफई में हिन्दुओ की आस्था के सबसे बड़े प्रतीक भगवान् योगेश्वर श्री कृष्ण की सबसे विशाल मूर्ती स्थापित कराने जा रहे हैं | बताया जा रहा है कि ये मूर्ती कांसे की बनी होगी और इसका वजन तकरीबन 50 टन होगा | इस मूर्ती में भगवान् श्रीकृष्ण महाभारत के युद्ध के सीन में हाथ में रथ का पहिया लिए हुए हैं |
मूर्ती है मेड इन इंडिया
यहाँ सबसे मजेदार और सराहनीय बात ये है कि ये मूर्ती भाजपा द्वारा बनवाई जा रही सरदार पटेल की मूर्ती या शिवाजी स्टेचू की तरह चाइना से नहीं बनवाई जा रही है बल्कि ये मूर्ती पूरी तरह से मेड इन इंडिया है |
वहीँ जैसे ही योगी आदित्यनाथ को इस खबर के बावत जानकारी हुई तो उन्होंने भी अयोध्या में भगवान् राम की मूर्ती की स्थापना की घोषणा कर दी है |
भाजपा ने ऐसी घोषणा इसलिए की क्योकि राम के नाम पर राजनीति करके मलाई खाने वाली पार्टी इस वोट बैंक को अपने पास ही रखना चाहती है |
अखिलेश द्वारा मूर्ती स्थापना की खबर लगते ही योगी ने अयोध्या में दिवाली मनाई और वहां पर भगवान् राम की मूर्ती की स्थापना की ताकि हिन्दुओ को राम के नाम पर वो और मूर्ख बना सकें |
बताया जा रहा है कि इस 50 टन की मूर्ती को बनाने में जापानी स्टेनलेस स्टील और पीतल का प्रयोग हो रहा है | इस मूर्ती की बैल्डिंग में भी एरोप्लेन में लगने वाली ख़ास तौर की तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है | ये मूर्ती महाभारत के उस द्रश्य को दिखाते हुए है जहाँ पहली बार भगवान श्रीकृष्ण ने हथियार के रूप में पहिया उठाया था |
देखिये वीडियो:-
शेयर करें